सांकेतिक भाषा में पढ़ना सिखा रहे हैं यह शिक्षक, हवा में लिखते हैं विद्यार्थी हवा में पढ़ते हैं
बुरहानपुर- शिक्षकों द्वारा जिले में नित नए नवाचार कर के विद्यार्थियों को शिक्षा देने के प्रयोग किए जा रहे हैं। विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकों के ज्ञान के अलावा दैनिक जीवन में आने वाले ऐसे व्यवहारिक ज्ञान भी दिए जा रहे हैं जो जीवन में कभी न कभी काम आ सके। ऐसा ही एक उदाहरण जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर ग्राम फोफनार के दहीहंडी प्राथमिक शाला में देखने को मिल रहा है। यहां के शिक्षक डिगंबर पवार ने विद्यार्थियों के लिए एक नई विधा के रूप में नवाचार प्रयोग किया है। इस विधा में वह विद्यार्थियों को हवा में लिखकर शब्द बताते हैं जिसे पढ़कर विद्यार्थी तुरंत प्रत्युत्तर में लिखा हुआ बता देते हैं। जी हां सुनकर अचरज जरूर होगा लेकिन यह बिल्कुल सही है डिगंबर पंवार ने बताया कि वर्तमान में बालिकाओं तथा महिलाओं पर तरह-तरह के अत्याचारों एवं शोषण किए जा रहे हैं उसी को दृष्टिगत रखते हुए भविष्य में बालिकाओं को जब जीवन में कोई परेशानी या विपत्ति का सामना करना पड़े तो जब वह किसी को फोन करने या बोलने में सक्षम ना हो तो इस विधा के माध्यम से वह अपनी जानकारी या परेशानी संबंधित को बता सकती है। "स्कूल प्रहरी" द्वारा जब इसकी जांच की गई आश्चर्यजनक परिणाम सामने आए हमने शिक्षक के कान में कुछ शब्दों को बताया शिक्षक ने तुरंत उन शब्दों को हवा में लिखकर विद्यार्थियों पूछा तो विद्यार्थियों ने तुरंत सही सही जवाब दे दिए। संकुल प्राचार्य प्रकाश प्रजापति भी इस शिक्षक के इस नवाचार को देख चुके हैं । उन्होंने बताया कि सांकेतिक भाषा का यह रूप जीवन में कभी भी काम सकता है ।